बीते दिन केरल में निपाह वायरस के केस सामने आए हैं
जिसमें 14 वर्षीय बालक की मृत्यु का कारण निपाह वायरस बताया जा रहा है।
निपाह वायरस का संक्रमण एक जूनोटिक रोग है जो जानवरों और पशुओं से मनुष्य में फैलता है और फिर दूसरे लोगों को संक्रमित करता है।
खबरें है कि बच्चे के संपर्क में 200 से भी अधिक लोग आए थे,जिनमे वायरस से संक्रमित होने के चांस है।
आपको बता दे की निपाह वायरस से लड़ने की कोई भी वैक्सीन अभी नहीं बनी है, और बचाव ही एकमात्र उपाय है।
यह वायरस चमगादड़, पंछियों,चूहों और अन्य पशुओं के लार,मल- मूत्र के संपर्क में आने से मनुष्य में प्रवेश करता है।
निगाह वायरस पशु,पंछियों के जूठे फल खाने से मनुष्य को शरीर में प्रवेश करता है।
केरल तथा आसपास के राज्यों में हाई अलर्ट जारी है और पशु पक्षियों दूरी रखने और इनकी जूठी चीजों से दूर रहने जैसे बचाव बताए जा रहे हैं।