धातु गिरना एक बीमारी है जो अक्सर यंग लोगों में देखने को मिलती है।

धातु का अर्थ वीर्य से है जिसका स्राव लिंग या योनि से होता है।

जब वीर्य का स्राव बिना Sex या हस्तमैथुन के स्वयं से हो जाए तब इसे धातु का गिरना या धातुरोग कहा जाता है।

ऐसे में लिंग या योनि से चिपचिपा पानी निकलता है,जो दिन में कई बार हो सकता है।

इसमें बिना किसी कामुक और उत्तेजक स्थिति के भी चिपचिपे द्रव का स्त्राव हो जाता है।

कई दिनों के लगातार स्राव से शरीर पर बुरा असर पड़ने लगता है।

शारीरिक कमजोरी के साथ साथ मानसिक स्थितियों के बिगड़ने की नौबत आ जाती है।

ऐसे में जल्दी से जल्दी किसी चिकित्सक से परामर्श और इलाज लेना जरूरी है।

धातु रोग में ज्यादा कामुक चीजें,देखना करना और सोचना कम करना चाहिए।