बारिश के मौसम में संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा और भी बढ़ जाता है। बैक्टिरियल,फंगल और वायरल बीमारियां लोगों को बीमार करती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बारिश के मौसम में हमारे आसपास की वातावरण में नमी बढ़ जाती है। जो की बैक्टीरिया और वायरस के पनपने और बढ़ने में अनुकूल वातावरण पैदा करती है।
इसी बीच भारत में Zika Virus का डर लोगों के बीच फैल रहा है।यह वायरस मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। मादा एडीज मच्छर के काटने से ही डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां होती हैं। आपको बता दें कि जिका वायरस के संक्रमण से ग्रसित होने पर व्यक्ति के शरीर में जो लक्षण दिखते हैं वह डेंगू और चिकनगुनिया से काफी मेल खाते हैं।
यही कारण है कि जीका वायरस का संक्रमण होने पर यह पता लगा पाना काफी मुश्किल हो जाता है कि ये लक्षण डेंगू या चिकनगुनिया के हैं या फिर जीका वायरस के संक्रमण के।
वहीं गंभीर स्थितियों तब हो जाती है जब जीका वायरस के संक्रमण का पता देर से चलता है।जीका वायरस का संक्रमण होने पर मांसपेशियों में दर्द,जोड़ों में दर्द,प्लेटलेट्स की संख्या गिरना, तेज बुखार, आंख आना,धड़कनों का तेज होना जैसी समस्याएं हो सकती है।
जब कोई मादा एडीज मच्छर किसी ऐसे व्यक्ति को काटती है, जिसे जीका वायरस का संक्रमण हो और उसके पश्चात किसी स्वस्थ शरीर को बाइट करती है, तब इसे में जीका वायरस स्वस्थ शरीर में भी प्रवेश कर जाता है। और तेज़ी से अपनी संख्या बढ़ाने का काम करता है।जब हमारे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र इसे लड़ने में नाकाम रहता है, तब यह वायरस हमारे शरीर के स्वास्थ्य पर हावी हो जाता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार यह Virus सेक्स के दौरान भी फैल सकता है। Zika वायरस से संक्रमित पुरुष महिला के साथ यौन संबंध बनाने और असुरक्षित यौन संबंध से वायरस फिलता है।
जीका वायरस के संक्रमण गर्भवती महिलाओं में भी दिखे हैं।गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस का संक्रमण भ्रूण के मानसिक विकास को प्रभावित कर सकता है।जीका वायरस से संक्रमित गर्भवती महिला के गर्भाशय में बच्चे के मस्तिष्क का आकार छोटा हो सकता है।और मानसिक न्यूरॉन्स में a परिपक्वता हो सकती है।
बचाव
जीका वायरस से बचने के लिए अभी तक कोई प्रभावी टीका नहीं बना है।इसीलिए इससे बचने के लिए और सावधानियां बरतनी है। घर के बाहर हो या अंदर मच्छरों से सुरक्षित रहने के उपाय करें।
मच्छरों से बचने के लिए पूरे बांह के कपड़े पहने, मच्छर रोधी स्प्रे और क्रीमों का उपयोग करें, साथ ही घर की खिड़की दरवाजे खोलकर ना रखें और ना ही घर के आसपास या घर में अधिक दिन तक जलभराव रहने दें। इसके अलावा सुरक्षित एवं संबंध बिल्कुल भी ना बनाएं सेक्स के दौरान जी का वायरस का संक्रमण फैल सकता है।
दोस्तों आशा है आपको जीका वायरस से संबंधित यह जानकारी समझ में आई होगी। यह लेख सिर्फ आपको जीका वायरस से अवगत कराने के उद्देश्य लिखा गया है।जीका वायरस का संक्रमण होने पर तुरंत अपने पास के चिकित्सक से मिले।अपने इसलिए को बड़ी धैर्य और ध्यान से पढ़ा आपका बहुत आभार।