ग्रहों और नक्षत्रों के दुर्लभ योग के बाद प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन हुआ है। भारत के अलावा भी पूरी दुनिया से लोग इस कुंभ स्नान में अपने धार्मिक भावों को तारने के लिए आ रहे हैं।

पर बीती रात को संगम घाट पर मची भगदड़ के कारण 30 लोगों की जानें चली गई जो की बेहद दुखद दुर्घटना है। मौनी अमावस्या की रात आस्था के इस माह पर्व पर लाखों श्रद्धालु बड़ी खुशियों के साथ कुंभ में डुबकी लगाने आए थे।

पर प्रयागराज में ऐसा हुआ कि लोगों की भीड़ और भगदड़ के कारण कई श्रद्धालुओं की जानें चली गई। मौन अमावस्या की रात श्रदालुओं की जिंदगी चली गई कई परिवार के सदस्यों ने अपनी जान गंवा दी और कई लोग एक दूसरे से बिछड़ गए।
कैसे गई जानें
मौनी अमावस्या की रात पूरे देश भर से श्रद्धालु प्रयागराज के संगम घाट पर डुबकी लगाने आए हुए थे। मौनी अमावस्या को रात के 1:00 तक 25 लाख श्रद्धालु प्रयागराज के संगम घाट की ओर बढ़ रहे थे।

इनमें से कई श्रद्धालु मौनी अमावस्या को प्रातः काल संगम में डुबकी लगाने की इंतजार में सुबह 4:00 बजे का इंतजार करते हुए रास्तों के किनारे सोए हुए थे।इसी बीच भीड़ अनियंत्रित होने के बाद लोगों में भगदड़ मच गई। और इस भगदड़ में किनारे पर सोए हुए यह लोग भगदड़ में लोगों के पैरों तले दब गए।
अभी तक 30 लोगों की मौत

भगदड़ के बाद प्रयागराज के संगम घाट का दृश्य काफी दुखद है दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तक 30 लोगों की मृत्यु सामने आई है कई लोग बुरी तरह घायल भी हैं।मौनी अमावस्या की रात के लगभग 2 बजे की की इस घटना से पूरा देश दुखी है।