दोस्तों कोरोना महामारी के दौरान पूरी दुनिया भर में Corona virus का प्रकोप फैला हुआ था। साल 2019 में इस वायरस के कारण दुनिया भर में कई करोड़ लोगों की मौत हुई। लोगों की मौत का कारण कोरोना वायरस से बचने की कोई उपलब्ध दवा ना होना और सटीक उपचार न होना था।
ब्रिटेन की फार्मा कंपनी Astra Zenca ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ कई शोधों और कई ट्रायल्स के बाद कोरोना वैक्सीन का निर्माण किया। जिसे 2020 में लोगों के बीच लाया गया और अरबों से भी अधिक लोगों को इसका टीका लगाया गया।
Astra Zenca ने इस वैक्सीन को ADZ -1222 के नाम से लॉन्च किया।भारत जैसे देशों के साथ कई और देशों में इसे Covidshield vaccine नाम से लोगों के बीच लाया गया।WHO(World health organization) द्वारा इसके पहले डोज के बाद दूसरा डोज 5 से 8 हफ्ते बाद लगवाने का इंस्ट्रक्शन दिया गया।
कोविशील्ड का पहला डोज लगने के बाद कई सारे केस सामने आए जिसमें लोगों के शरीर के अलग-अलग अंगों में ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट अटैक जैसी दिक्कतें सामने आईं।
इसके अलावा शरीर मैं प्लेटलेट्स की कमी के साथ-साथ ब्रेन हेमरेज की भी दिक्कतें सामने आईं। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स इसे TTS (Thrombosis with thrombocytopenia syndrome) जैसी स्थितियां बताई जिसे शरीर के कई सारे अंगों में खून के थक्के जमने से रक्त का प्रवाह रुक जाने और शरीर में प्लेटलेट्स में कमी जैसी दिक्कतें बताई।
उन्होंने यह दावा किया कि यह कोविशील्ड के साइड इफैक्ट्स है। परंतु ब्रिटेन की फार्मा कंपनी Astra Zenca ने इस बात पर सफाई देते हुए कहा कि इस वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है और यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है।
ब्रिटेन की कोर्ट में Astra Zenca फार्मा कंपनी के खिलाफ 51 कैसे दाखिल किया गया। जिसमें कंपनी के द्वारा वैक्सीन के बारे बढ़-चढ़कर किए गए दावे को झूठा बताया गया।साथ इस वैक्सीनेशन के बाद कई सारे लोगों में हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज की वजह से हुई मौतों का कारण इस वैक्सीन को बताया गया।Astra Zenca मैं इस बात पर सफाई देते हुए कहा कि वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट अभी तक हमें देखने को नहीं मिले और यह लोगों के लिए बिलकुल सुरक्षित है।
सालों बाद फरवरी 2024 में Astra Zenca मैं इस बात को स्वीकार किया कि इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट में कुछ रेयर केसों में Thrombosis with thrombocytopenia syndrome यानी TTS हो सकता है।
Astra Zenca के मुख्य डॉक्टरों ने कहा किन ये साइड इफेक्ट्स पहले डोज लगने के 40 से 45 दिनों के अंदर ही हो सकते हैं इसके बाद इसके चांस न के बराबर हैं।तो जिन लोगों में कोविशील्ड वैक्सीन के दोसेस लगवाए हैं उन्हें चिंतित होने की कोई आवश्यकता नहीं।