दोस्तों साल 2019 में पूरी दुनिया में फैली महामारी के बारे में कौन नहीं जानता। जी हां हम बात कर रहे हैं कोरोना के बारे में जिसे 2019 में फैलने के कारण Covid-19 नाम दिया गया। कॉविड-19 से बचने के लिए हमारी सरकार ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन(WHO) और कई सारे हेल्थ इंस्टिट्यूट से ये पता किया की जब तक कोरोना की कोई सफल वैक्सीन दुनिया में विकसित न हो। तब तक इसे बचाव द्वारा ही रोका जा सकता है।जिसके लिए कई सारे नियम अपने गए।
इन नियमों में नियमित रूप से और अच्छे से हाथों को सेनीटाइज करना, लोगों के साथ इकट्ठा ना होना, घरों से बाहर कम से कम निकालना, बार-बार आंख नाक और मुंह को छूने से बचाना, इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए तरह-तरह के उपाय करना जैसी कई सारी पहल चलाई गईं और कई सारे कड़े नियमों के पालन के लिए लोगों को प्रेरित किया।
कई सारे शोधों और ट्रायल के बाद कोरोना से लड़ने के लिए ब्रिटिश फार्मा कंपनी Astra Zenca(एस्ट्राजेंका)ने ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एक वैक्सीन तैयार की जिसे AZD1222 नाम दिया गया।इस वैक्सीन को 2020 में लोगों के बीच लाया गया और इसे इंडिया में कोविशील्ड(Covidshield) के नाम से लॉन्च किया गया।
Covidshield वैक्सीन का काम लोगों के शरीर में कोरोना के प्रति एंटीबॉडीज का निर्माण करना और इम्यून सिस्टम को हाई लेवल पर बूस्ट करना था। जिसके 2 डोज लगाए जाते थे, दूसरा डोज एक से डेढ़ महीने बाद लगवाना होता था।
वैक्सीन के जानलेवा साइड इफेक्ट
हाल ही में ब्रिटेन से यह खबरें सामने आईं जिसमे बताया गया की कोविशील्ड वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। इन साइड इफेक्ट्स में ब्लड क्लॉटिंग यानी रक्त का थक्का जमना,और ब्लड मैं प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट जैसी स्थितियां देखने को मिलती हैं।
जिसके कारण से ब्रेन हेमरेज और हार्ट अटैक जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती है।लोगो में वैक्सीन लगने के दौरान दुनिया में हार्ट अटैक के कई सारे केसेस देखने को मिले थे।पर इस बात की स्पष्ट पुष्टि नहीं हो पाई की ये साइड इफेक्ट्स वैक्सीन के हैं।
51 परिवारों ने किया केस दर्ज
ब्रिटेन के कोर्ट में 51 परिवारों द्वारा केस दर्ज करवाया गया। जिसमे फार्मा कंपनी Astra Zenca की वैक्सीन AZD1222 के जानलेवा साइड इफेक्ट्स बताए गए।जिसमे TTS (Thrombosis Thrombocytopenia Syndrome)जैसी दिक्कतें बताई गईं।इसमें वैक्सीन लगाने से ब्लड के प्लेटलेट्स में कमी और रक्त के थक्के जमने के कारण ब्रेन हेमरेज और हार्ट अटैक जैसी स्थितियां उत्पन्न होना बताया गया। 1 साल बाद यानी फरवरी 2024 में एक्स्ट्रा जिनका ने ब्रिटेन के कोर्ट में इस बात को माना की कुछ रेयर केस में इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इस वैक्सीन के साइड इफैक्ट्स वैक्सीन लगने की 4 से 5 दिन के बाद और 40 से 42 दिनों के भीतर देखने को मिल सकते हैं।
Astra Zenca ने कोर्ट में सफाई देते हुए कहा कि कोविडशील्ड के कारण होने वाले साइड इफेक्ट बहुत रेयर है। हमारी शहनभूति उन लोगों के साथ है जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया और जिन्हें इससे समस्याएं झेलनी पड़ी, हमारे लिए लोगों का स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता है।