भीषण गर्मी में स्वास्थ्य खराब हो सकता है,रखें इस प्रकार ख्याल

भारत के बड़े भू भाग में गर्मी का प्रभाव अत्यधिक बढ़ा हुआ देखा जा रहा है। कड़कती धूप और गर्म हवा के बहने से भारत की अधिक जनसंख्या  परेशान है। हमारे आसपास की वातावरण में चल रही इस भीषण गर्मी और गर्म हवाओं के कारण हमारा शरीर बीमार पड़ सकता है। इस भीषण गर्मी के कारण जाने अनजाने में कुछ गलतियां और आदतें हमें बुरी तरह बीमार कर सकती हैं।

तेज धूप और उमस भरी गर्मी की प्रकोप से हमें डिहाईड्रेशन, लू लगना, चक्कर आना और बेहोशी जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। कभी-कभी उल्टी आना और शरीर का सुखना जैसी स्थितियां भी आ सकती हैं।

गर्मियों में धूप से बचाव और शरीर में गर्मी के बढ़ने और समस्याओं से बचने के उपाय करना अत्यधिक जरूरी हो जाता है। आईए जानते हैं कुछ ऐसे जरूरी उपाय और तरीके जिनसे शरीर को गर्मी और धूप से होने वाली समसायों से बचाया जा सके।

बाहर निकलते समय सिर को जरूर ढकें:दोस्तों शरीर में सारी  उपाचयी क्रियाएं और पूरा तंत्रिका तंत्र सुचारू रूप से कार्य करे इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी मस्तिष्क का शांत और कूल रहना। आपने तेज धूप में भी काम करते हुए मजदूरों और श्रमिकों को अपना सिर ढके हुए जरूर देखा होगा।भले उनके शरीर के अन्य अंग खुले ही क्यों न हों।दरअसल इसके पीछे का कारण मस्तिष्क तक तेज धूप की किरणों और गर्मी को पहुंचने से रोकना है।

यदि मस्तिष्क को सूर्य की किरणों के सीधे संपर्क से बचा कर रखा जाए तो मस्तिष्क अधिक गर्म नही होने पाता। जिसके कारण से सारे अंग और शरीर की क्रियाएं सुचारू रूप से कार्य कर पाती है।

शरीर को रखे प्रयाप्त हाइड्रेट:गर्मियों में शरीर को सर्दियों की अपेक्षा अधिक हाइड्रेट रखने की आवश्यकता होती है। जरूरी है कि हमारे पूरे शरीर में पर्याप्त पानी मौजूद रहे। शरीर का लगभग 70 प्रतिशत भाग पानी से बना होता है। ऐसे में अगर शरीर में एक प्रतिशत की भी मात्रा कम होती है तब हमें तेज प्यास लगने जैसी स्थितियों का अनुभव होता है। गर्मियों में शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है।

पर्याप्त पानी न पीने पर लू लगने,चक्कर आने और बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए गर्मियों के दिन में कम से कम रोज 10 से 12 गिलास पानी जरूर पिएं।

बाहर निकलते वक्त सन टैनिंग से बचें: दोस्तों तेज धूप के कारण सूर्य से अल्ट्रावायलेट किरणें भी हम तक पहुंचती हैं। ऐसे में तेज धूप में बाहर निकलने पर हमारी स्किन टैनिंग और सनबर्न हो सकता है। जिससे त्वचा पर पिगमेंटेशन कालापन और त्वचा का रंग गहरा हो सकता है। जरूरी है कि आप जब भी बाहर निकले तो अपने सर को ढक कर रखें और चेहरे को भी। जब भी बाहर निकले तब सनस्क्रीन और सन प्रोटेक्शन क्रीम का उपयोग जरूर करें।

अधिकाधिक फलों और शीतल चीजों का सेवन करें: दोस्तों गर्मियों के मौसम में इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि हमारे पेट में गर्मी न बढ़ाने पाए। पेट में गर्मी बढ़ने पर चेहरे पर दाने,पाचन तंत्र का बिगड़ना और पाचन से जुड़ी अन्य समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।

इसलिए गर्मियों में ज्यादातर फलों का सेवन करें।इसमें केला, अंगूर ,तरबूज, खरबूज जैसी चीजें शामिल है। इसके अलावा आहार में दही छाछ, लौकी का रायता जैसी चीज खाएं ,इससे पेट ठंडा और शरीर शांत रहता है। 

तो दोस्तों यह थीं कुछ ऐसी जानकारियां जिनसे आप अपने स्वास्थ्य को इस भीषण गर्मी से होने वाले परेशानियों और बीमारियों से आसानी से बचा सकते हैं। गर्मियों के दिनों में इन बातों का ख्याल रखने मात्र से ही आप कई सारी होने वाली बीमारियों को दूर कर सकते हैं। आशा है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी आपने इसलिए को बड़े धैर्य और ध्यान से पढ़ा आपका बहुत आभार। नमस्कार!

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