दोस्तों हमें से अधिकतर लोगों की त्वचा उतना गहरा नहीं होता की मैं जान पड़ता है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे त्वचा की डेड स्किन सेल्स हमारे त्वचा की नई सेल्स को ढक कर रखती हैं।इसके अलावा त्वचा में मेलानिन की मात्रा बढ़ने पर त्वचा का रंग गहरा जान पड़ता है।
मेलानिन के बारे में जाने
जब भी हम धूप में अधिक निकलते हैं या फिर धूप से बचाव के लिए शरीर पर सनस्क्रीन लगाना या शरीर को ढक कर रखने में लापरवाही करते हैं तब मेलानिन की मात्रा त्वचा में बढ़ने लगती है। मेलानिन एक प्राकृतिक रंग द्रव्य है,जो की लगभग सभी जीवों में पाया जाता है। इसका उत्पादन मेलिनोसाइट्स सेल्स करती हैं।
मेलानिन दरअसल हमारी त्वचा की रक्षा के लिए होता है जो की त्वचा को सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों(UV Rays)से बचाता है परंतु इसकी मात्रा बढ़ने से त्वचा का रंग गहरा और फिर धीरे-धीरे काला पड़ने लगता है।
दोस्तों जब भी त्वचा का रंग निखारने और त्वचा को ग्लोइंग बनाने की बात आती है तब ऐसे में कोलेजन का नाम जरूर आता है।कोलेजन प्रोटीन का एक प्रकार है जो की शरीर में प्रोटीन का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा कवर करता है। शरीर में कोलेजन त्वचा की कोशिकाओं की मरम्मत और निर्माण में होता है, कॉलेजन मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को संरचन और सामर्थ्य प्रदान करता है।
इसके अलावा कोलेजन हड्डियों और आंखों की के ऊतकों के निर्माण में बहुत जरूरी हैं।उम्र बढ़ाने के साथ-साथ शरीर में कोलेजन की मात्रा घटने लगती है जिससे दृष्टि दुर्बलता,हड्डियों में कमजोरी और त्वचा में पर झुर्रियां और सिकुड़न आने लगती हैं।शरीर में कोलेजन की मात्रा नियंत्रित रहने पर त्वचा में मृत कोशिकाओं का सफाया करने और नई कोशिकाओं के निर्माण में कोलाजन अहम भूमिका निभाता है।
आपने कई सारी सेलिब्रिटियों को देखा होगा कि वह पहले तो गहरे रंग की त्वचा के साथ जीते थे परंतु जैसे ही वे फेमस होते हैं धीरे धीरे उनका भी रंग साफ होने लगता है।सेलेब्रिटी बेहतर दिखने के लिए अपने पर्सनल हेल्थ डॉक्टर से सलाह लेते हैं तो वो उन्हें कोलेजन बूस्टिंग डोज दिया जाता है जिससे त्वचा धीरे न केवल निखरती है बल्कि मुलायम भी होने लगती हैं।
आईए जानते हैं कि हम कैसे इस कोलेजन बूस्टर डोज को खुद से तैयार कर सकते हैं और बिना किसी दवा या पाउडर के इसकी शुद्ध और प्रचुर मात्रा ले सकते हैं।इसके लिए हम एक जूस का निर्माण करेंगे जो कोलेजन से भरपूर होगा,तो चलिए शुरू करते हैं।
सामग्री – 1 गांजर,एक चुकंदर, 2 आंवले,चुटकी भर काला नमक
विधि :
जूस को बनाने के लिए बहुत सी साधारण प्रक्रिया अपनानी है। आपको चुकंदर , गाँजर और आंवले को अच्छे से धो लेना है और इन्हें छोटा-छोटा काट कर मिक्सर में डाल देना है। और अब मिक्सर को ऑन कर दे और थोड़ी देर बाद इसमें थोड़ा सा पानी मिलाएं और फिर मिक्सर को थोड़ी देर चलने दे जब इन तीनों फलों की पतली चटनी बन जाए तब इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर इसे छननी की सहायता से छाने और पल्प को फेंक दें और जूस इकट्ठा कर ले।
बेनिफिट्स
1.जैसा कि हम सब जानते हैं कि चुकंदर में फाइबर विटामिन सी, विटामिन K,विटामिन ई,और बहुत सारे कोलेजन बूस्टर गुण होते हैं।इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स एंटी इंफ्लेमेंट्री और एंटी एजिंग होते है साथ ही इसमें मौजूद बाइटलींस त्वचा के सेल्स में ब्लड फ्लो बढ़ाता है।
2.वहीं आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है जो कोलेजन के निर्माण में बहुत जरूरी है लगभग 20 संतरों जितना विटामिन सी हमें केवल एक आंवले से मिल जाता है। आंवले में एंटी ऑक्सीडेंट्स प्रचार मात्रा में होते हैं जो त्वचा से टॉक्सिंस निकाला कर त्वचा को ग्लोइंग बनाते हैं।
3.गांजर में विटामिन ए,भरपूर मात्रा में होता है साथ ही त्वचा का रंग निखारने के लिए गाजर बहुत फायदेमंद है।इसमें Caretonoids,lycopine और जिंक प्रचुर मात्रा में होते हैं।साथ ही इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं।
गांजर,चुकंदर के मिश्रण से बना यह जूस पीने से न केवल शरीर में कोलेजन बढ़ता है बल्कि त्वचा का रंग अपने आप निखरने लगता है।
त्वचा से डेड स्किन सेल्स का सफाया होता है और नई स्किन सेल्स उभरती है। कॉलेजन बूस्ट होने से त्वचा में मेलेनिन की मात्रा कम होती है जिससे त्वचा का गहरा रंग हल्का पड़ने लगता है और त्वचा गोरी होने लगती है। त्वचा पर झुर्रियां पढ़ना बंद हो जाती है और फाइन लाइंस हल्की पड़ने लगती है।इस जूस का सेवन नियमित रूप से करने से एजिंग प्रोसेस धीमा पड़ता है और आप लंबे समय तक जवान दिखते हैं।