दोस्तों क्या आपने कभी यह बात सोची है कि जब अपने मां के गर्भ में होते हैं तब हमें विकसित होने के लिए पोषण कहां से मिलता है। मां द्वारा लिए गए आहार से निकले पोषण को भ्रूण तक कैसे पहुंचाया जाता है।
दोस्तों मां द्वारा लिए गए आहार से जो पोषक तत्व और खनिज प्राप्त होते हैं, उसका एक भाग गर्भाशय में विकसित हो रहे बच्चे को भी पहुंचाया जाता है।इस पोषण को माता के शरीर से बचे के शरीर तक पहुंचाने के लिए एक गर्भनाल का विकाश होता है।जिसका एक शिरा मां के गर्भाशय से जुड़ा होता है तो दूसरा बच्चे की नाभी से। इसी गर्भनाल के माध्यम से भ्रूण के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व भ्रूण के नाभि में छोड जाते हैं जिससे बच्चों की नाभि से पोषण पूरे शरीर की कोशिकाओं में पहुंचता है और भ्रूण के प्रत्येक अंगो का विकास होता है।
नाभी हमारे शरीर का वह हिस्सा है,जिससे हमारे शरीर के सभी अंगों की तांत्रिकाएं सीधी जुड़ी होती हैं। इसे हम इसे ऐसे समझ सकते हैं- कि हेल्थ एक्सपर्ट्स अक्सर पैर के तलवा में मौजूद किसी पॉइंट को प्रेस करने या फिर उसपर मसाज करने की सलाह देते हैं,इसका असर यह होता है कि हमारे शरीर में नींद को बढ़ाने के लिए जरूरी हारमोंस का निकलना शुरू हो जाता है जिससे नींद अच्छी और जल्दी लगती है।ठीक इसी प्रकार मस्तिष्क के विकारों को दूर करने के लिए नाक के रास्ते से औषधीय डाली जाती है।
दोस्तों इसी प्रकार से हमारी नाभी से शरीर की 72 हजार नाड़ियां जुड़ी होती है। जो कि पूरे शरीर के कोने-कोने तक फैली होती है। नाभि हमारे शरीर का वह केंद्र होता है जिसके मदद से पूरे शरीर के विकारों को दूर करने का रास्ता मिलता है और इस जगह पर पूरे शरीर की ऊर्जा का समावेश होता है।
आज के इस लेख में हम चर्चा करने वाले हैं की नाभि पर तेल लगाने से हमारे शरीर को कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं। हमारी आयुर्वेद ग्रंथ में नाभी में तेल डालने के अनेकों फायदे बताए गए हैं । नाभि में तेल लगाने से न केवल शारीरिक दिक्कतों से छुटकारा मिलता है बल्कि कई सारे शारीरिक सुधार भी होते हैं।
दोस्तों आइए जानते हैं नाभी ने ऑयलिंग करने शरीर को होने वाले फायदों के बारे में।
पाचन में सुधारता है
नाभि में तेल की बूंदे डालने से इसका सीधा पॉजिटिव असर हमारे पाचन शक्ति पर पड़ता है। ऐसा करने से हमारे पेट में बनने वाली जठर अग्नि का स्राव उचित मात्रा में होता है,और इसका असर तेज होता है। जिससे पाचन सही से होता है और जल्दी होता है। पाचन का मंद होना,पेट में कब्ज होना,गैस का बनाना जैसी अनेकों दिक्कतों को दूर करने के लिए नाभि में ऑयलिंग करना काफी फायदेमंद है।
नींद अच्छी और गहरी आती है
सोने से पहले नाभि में तेल की बूंदे डालने से नींद के लिए उत्तरदाई हारमोंस का स्त्राव अच्छे से होता है। पीनियल ग्रंथ से स्रावित मेलाटोनिन जैसे हारमोंस हमारी नींद को गहरा और अच्छी बनाने के लिए उत्तरदाई होते है। नाभि में ऑयलिंग करने से न केवल नींद अच्छी आती है बल्कि सही समय पर उठने का संकेत भी मस्तिष्क हमारे शरीर को निश्चित रूप से देता है।
त्वचा की सुंदरता बढ़ती है
दोस्तों हमारी त्वचा के रूखेपन, त्वचा पर रैशेज, त्वचा का बेजान दिखना,बेचमक दिखने,और होंठो के बार बार फटने जैसी स्थितियों को दूर करने के लिए आयुर्वेद में नाभि में तेल डालने की विधि बताई गई है। नाभि को तेल से मसाज करने पर न केवल हमारी त्वचा के लुक में सुधार होता है, बल्कि स्किन की टोन अच्छी होती है,स्किन में एक ग्लो आता है ,स्किन हाइड्रेटेड और खिली हुई जान पड़ती है।होंठो का फटना और त्वचा पर पतली परत का छूटना बंद हो जाता है।
प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है
दोस्तों नाम में डाले गए तेल से हमारे शरीर के प्रत्येक अंगों और मेटाबॉलिज्म सिस्टम को एक्टिव होने का संकेत मिलता है। नाभि से जुड़ी हुई लगभग 72000 नाड़ियां पूरे शरीर को बीमारियों से लड़ने में और इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करती हैं।
हार्मोन्स का बिगड़ना
शरीर में हारमोंस का इंबैलेंस होना शरीर में कई सारे चेंज लता है। महिलाओं में मासिक चक्र के दौरान अधिक दर्द होना, मासिक चक्र का समय पर न होना, रक्त का स्त्राव कभी अधिक तो कभी कम होना जैसी कई दिक्कतों को ठीक करने के लिए नाभि में तेल डालने की प्रक्रिया लाभकारी है।
कैसे उपयोग करें
दोस्तों नाभी में तेल डालने के लिए सबसे पहले तेल को गर्म करने की आवश्यकता होती है।इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए को तेल को सीधे आग पर रख कर नही गर्म करना है।इसके लिए पहले पानी को उबाल लें फिर इसमें छोटी से कटोरी रख कर उसमे तेल डाल दें।तेल हल्का गुनगुना होने के बाद इसकी 4 से पांच बूंदे ले कर अपनी नाभी में डाले और दो से तीन मिनट अपनी रिंग फिंगर से क्लॉकवाइज मसाज करें।इसे ऊपर की तरफ मसाज करते समय नाभी के आस पास चारो तरफ अच्छे से लगाएं और छोड़ दें।
दोस्तों आशा है आपको आज की यह जानकारी पसंद आई होगी। नाभी पूरण हमारे आयुर्वेद में बताई गई ऐसी विधि है जिसके द्वारा हम शरीर की कई समस्याओं को ठीक कर सकते हैं। आशा है आपको भी इसे लक मिलेगा और आप इसे जरूर अपनाएंगे।
अपने इसलिए को बड़े धैर्य और ध्यान से पढ़ा आपका बहुत-बहुत आभार नमस्कार।