मानव शरीर को दिन भर कार्य करने और स्वस्थ रहने के लिए कई सारे पोषक तत्वों की जरूरत होती है। सभी पोषक तत्वों के कार्य सभी अंगों पर अलग-अलग होते हैं। पर क्या हो अगर इन अंगों की स्थिति को नियंत्रित करने वाला ढांचा कमजोर पड़ जाए। हम बात कर रहे हैं मानव शरीर के ढांचे यानी हड्डियों की।
हड्डियां हमारे शरीर को आकार देने और स्थिर रखने के लिए बहुत जरूरी है। इन हड्डियों का निर्माण मुख्यता दो तत्वों से मिलकर होता है, इसमें कैल्शियम और प्रोटीन शामिल है।
एक वयस्क मनुष्य को दिन भर में 1000mg से 1200mg कैल्शियम की आवश्यकता होती है जो की भोजन से आती है।पर जब भी शरीर में किन्ही कारणों से कैल्शियम की कमी होने लगती है तब हमारा शरीर हमारी हड्डियों से कैल्शियम को खींचकर उपयोग में लाता है। लंबे समय तक कैल्शियम की पूर्ति न होने से हड्डियों से कैल्शियम खींचता रहता है, और कुछ ही समय में हड्डियां पतली और कमजोर हो जाती है।
जिसके कारण छोटी-छोटी चोटों पर हड्डियों में क्रैक आ जाना, बैक पेन, जोड़ों से कट कट की आवाज आना, मांसपेशियों में दर्द,कमजोरी और नींद आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं
शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण
•कैल्शियम युक्त आहार – हम भले ही दिन भर में कई सारी चीज खाते हैं, पर यदि उसमें कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा नहीं है तब ऐसे में हमारे शरीर में कैल्शियम की पूर्ति नहीं हो पाती।
•कैल्शियम का अवशोषण न हो पाना- हमारे भोजन में कैल्शियम होने के बावजूद कैल्शियम का अवशोषण न हो पाना भी शरीर में कैल्शियम का कारण हो सकता है।ऐसा विटामिन D की कमी से भी हो सकता है।
•हस्तमैथुन करना – निरंतर हस्तमैथुन करना शरीर से कैल्शियम की मात्रा घटाता है। बार-बार हस्तमैथुन करने से वीर्य के साथ कैल्शियम की प्रचुर मात्रा शरीर से बाहर निकल जाती है।
•चाय कॉफी और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स – एक रिसर्च के अनुसार जो लोग इन ड्रिंक्स का लगातार सेवन करते हैं उनमें आयरन और कैल्शियम जैसे तत्वों की कमी हो सकती है। खासकर जो लोग खाने के बाद चाय या कॉफी पीना पसंद करते हैं, चाय और काफी पेट में भोजन के साथ मिलकर कैल्शियम और आयरन की अवशोषण में बाधा उत्पन्न करता है।
इन दो चीजों से कैल्शियम की पूर्ति होगी
चूना(Limestone)
चूना आयुर्वेद में बताए गए कई सारी औषधीय में उपयोग में लाया जाता है। Calcium शब्द लैटिन शब्द Calx से बना है जिसका अर्थ Limestone यानी चूना होता है।चुने में कैल्शियम कार्बोनेट की मात्रा होती है, जिससे शरीर को आसानी से कैल्शियम मिल जाता है।चुने की खास बात यह है कि इसमें मौजूद कैल्शियम का अवशोषण शरीर में आसानी से हो जाता है। चूने की एक चुटकी मात्रा दही में मिलाकर पीने से 20 दिन के अंदर ही कैल्शियम की सारी कमी पूरी हो जाती है।ऐसा इस लिए क्योंकि दही भी कैल्शियम से पूर्ण होती है, साथ ही तैलीय प्रकृति की होने से कैल्शियम का अवशोषण सरल बनाती है।
तिल(Seasme seeds)
कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए हमारे किचन में सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है जिसे तिल कहा जाता है। तिल में कैल्शियम बहुत अधिक मात्रा में निहित होता है। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं की 100ml दूध में 125mg कैल्शियम होता है,वहीं 100ग्राम तिल में 975mg कैल्शियम होता है जो की दूध से 9 गुना ज्यादा है। कैल्शियम की कमी में तिल का सेवन करने के लिए तवे पर तिल को धीमी आंच पर भून लें। अब इस तिल को आटे में मिलाकर रोटी बनाएं या तिल के लड्डू और चिक्की बनाकर खा सकते हैं।
दोस्तों आशा है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी और कैल्शियम की भूख के लिए उपाय समझ चुके होंगे। इन बायोप्स का मार्केट शरीर में कैल्शियम की कमी को 20 दिन के अंदर है पूरा किया जा सकता है।आपने इस लेख को बड़े धैर्य और ध्यान से पढ़ा आपका बहुत आभार नमस्कार।