आंखे हमारे शरीर में सबसे सेंसटिव अंग मानी जाती हैं।इसके बिना इंसानी जीवन का बेहतर होना काफी कठिनाई पूर्ण माना जा सकता है।आंखो से ही हम सब देखते है पर आंखो के ऊपर ध्यान देना भूल जाते हैं।जरूरी है की हम अपनी आंखो का अच्छे से ख्याल रख सकें,क्योंकि मौजूदा समय में लोगो को मानसिक तनाव ,आंखो में तनाव और दुर्बल दृष्टि का सामना एक निश्चित उम्र से पहले ही झेलना पड़ जाता है।इसका कारण है लागतार फोन स्क्रीन, लैपटाप या फिर अन्य किसी अधिक ध्यान देने वाले कामों को लंबे समय तक करना।इसका परिणाम ये होता है की आंखो के नीचे काले घेरे,आंखो के आस पास की त्वचा का मुरझाना, कमजोर दृष्टि होना ,आंखो से पानी गिरना जैसी समस्याएं हो जाती है।
दोस्तों आज हम बात करने जा रहे है कुछ ऐसे आदतों की जिनके कारण आंखो को जाने अंजाने में नुकसान पहुंचता है और इससे हमारी आंखे कमजोर और थकी जान पड़ती है,और कुछ समय बाद आंखो का स्वास्थ्य परमानेंट बिगड़ने लगता है।
आइए जानते है कुछ ऐसे ही आदतों और कारणों को जिनके लागतार प्रभाव से आंखो पर बुरा असर पड़ता है।
1.आंखों को पर हाथ बार बार मलना
अक्सर लोगों को आदत होती है की थोड़े थोड़े समय पर वे अपनी आंखो पर उंगलियां मलते रहते है,जो की आंखो के पास की मुलायम त्वचा को स्ट्रेच करता है जिससे आंखो के पास wrinkles(झुर्रियों)का दिखना शुरू हो जाता है,इसके अलावा उंगलियों और हाथों में मौजूद बैक्टीरिया आंखो में जाकर आई इन्फेक्शन का कारण भी बन सकते है,और आंखो की दशा बिगड़ सकती है।
2.ज्यादा समय स्क्रीन पर न बिताए
आंखो को led screens se निकलने वाली rays नुकसान पहुंचाती हैं।
आंखो का कम उम्र में ही कमजोर होना ,आंखो में Redness (लालिमा)आना,थकी थकी सी लगना, आंखो में जलन,इत्यादि मोबाइल या अन्य किसी स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से भी हो सकते है,आंखो में ड्राइनेस,डार्क सर्कल्स होने के मुख्य कारणों में भी ये शामिल है।इसलिए जरूरी है की स्क्रीन पर कम समय बताएं और प्रोटेक्शन ग्लास वाले चश्में का यूज करें,हर एक घंटे पर आंखो को थोड़े समय का रेस्ट दें और पानी पिए।जिससे आंखो को नमी मिलती रहे।स्क्रीन पर काम करते समय आंखो और स्क्रीन की बीच उचित दूरी मेनटेन रखें।
3.आंखो पर ज्यादा mekup का इस्तमाल
आंखों पर अलग अलग प्रकार के कलर और काजल का इस्तमाल आंखो पर बुरा असर डाल सकता है और कभी कभी आंखों में देर तक रहने पर आई इन्फेक्शन का कारण भी बन सकता है।दराशाल बाजार में बिकने वाले अधिकतर काजलों में harmfull केमिकल्स मिले होते है जिन्हे अगर समय आप आंखों से ना रिमूव किया जाए तो नुकसान पहुंचाते हैं।
4.अच्छी नींद न लेना
दिन भर के काम में पूरा सहयोग करने वाले अंग आंखों को थकावट और तनाव से आराम देने के लिए नींद ही ऐसी चीज है जो की इसे heal कर सकती है। अच्छी नींद लेने पर आंखो को आराम और फिर से एक्टिव रहने के लिए बल मिलता है।यदि हम दिन भर काम करने के बाद भी कुछ ही घंटे सोते हैं तो ऐसे में आंखो पर बुरा असर पड़ता है,फलस्वरूप आंखो की नसों पर तनाव, आंखो में दर्द,आंखो के आस पास सूजन(puffy eyes),काले घेरे,आंखो के आस पास झुर्रियां पड़ना,आंखो में ड्राई नेस,आंखो से मल और पानी गिरना जैसी अनेक समस्याएं होने लगती हैं।इसी लिए हमे कम से कम 6 से 7 घंटे सोना ही चाहिए।
5.आंखो पर धूल जाने पर आंखे रगड़ना
अक्सर धूल मिट्टी हवा चलने के कारण या फिर किसी अन्य कारण से आकर हमारी आंखो में चिपक जाती है और आंखो में में रह जाती है,ऐसे में लोग तुरंत अपनी आंखो पर जोर जोर से उंगलियां मलने लगते है पर ये नही जानते की ये बहुत ही ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।जब भी धूल और रेत आंखो में जाती है और आंखो को रगड़ा जाता है ऐसे में आंखो की मुलायम कार्निया पर चीरा लग सकता है,और ये समस्या थोड़े ही समय में बड़ा रूप ले सकती है।बेहतर है की आंखो को में धूल – रेत जाने पर इसे सावधानी से पानी या अन्य किसी आई ड्रॉप को डाल कर निकाला जाए।
आंखो के लिए क्या करें
हम दिन भर में न जाने कितनी बार अपने हाथ पैर और मुंह को धुलते हैं पर मुख्य रूप से आंखो की अच्छी सफाई पर ध्यान नहीं दे पाते,उनपर बस मुंह के साथ एक दो बार उंगलियां मल कर पानी मार देते हैं। यहां पर ध्यान देने वाली बात ये है की आंखो में कम से कम हफ्ते में 1 से 2 बार deep cleaning की जानी चाहिए जो की आंखो के अच्छी स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।
नीचे कुछ तरीक दिए गए हैं जिन्हे थोड़ा सा समय निकाल कर अगर आंखो के देख भाल के लिए कर लिया जाए तो आंखो का स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा।
•आंखो पर खीरे की स्लाइस रखना आंखो को बेहद आराम और ठंडक देती है।आंखे तनाव मुक्त और लिए फील करती है।इसके साथ ही खीरे आंखो को हाइड्रेट करता है।
•आंखो को दिन भर में काम से कम दो बार ठंडे पानी से धुले और इनपर छीटे मारे,आप एक कॉटन बाल की सहायता से भी आंखो और उनके आस पास की त्वचा को साफ कर सकते हैं।
•आंखो में गुलाब जल की 2 से 3 बूंदे डालें।गुलाब जल आंखो के लिए बहुत लाभ दायक और आरामदेय है।रात को सोते समय आंखो गुलाब जल की बूंदे डालटकर सो जाएं इससे सुबह आंखो का मल आंखो के एक किनारे इक्कठा होकर आंखो से निकल जाता है।
•meditation यानी ध्यान लगाने से हमारा मस्तिष्क शांत और केंद्रित होता है,आंखो नसों का सीधा जुड़ाव हमारे मस्तिष्क से होता है और इसी कारण आंखो पर भी अनुकूल प्रभाव पड़ता है आंखे heal होती है और आंखो को रिलैक्स मिलता है।इसलिए रोज meditation के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें।
मित्रों ये थीं कुछ ऐसी जानकारियां जो हमारे दैनिक जीवन में होने वाली गलतियों से आंखो को बचा सकती हैं।आशा करता हूं की आप भी अपनी आदतों में ये गलतियां शामिल नहीं होने देंगे और अपनी आंखो को स्वस्थ रखेंगे,मिलेंगे फिर किसी अच्छी जानकारी के साथ तब तक के लिए अपना ख्याल रखें।
आपने इस लेख को बहुत ध्यान और धैर्य से पढ़ा आपका बहुत बहुत आभार 🙏नमस्कार।