दोस्तों बवासीर को लेकर हमने पिछली लेख में इस बात पर चर्चा की थी कि बवासीर के कितने स्टेजेस हैं।इसमें हमने जाना था कि बवासीर चार भागों में बांटा गया है जिसमें पहले स्टेज से लेकर चौथी स्टेज तक इसकी क्या-क्या स्थिति होती है।
आमतौर पर लोगों में बवासीर होने पर वह शुरू में घरेलू उपचार और लोगों के बताए अलग-अलग तरह के नुस्खे को अपनाते हैं।कुछ लोग सटीक उपाय को अपनाकर ठीक हो जाते हैं तो,कुछ लोगों की समस्या ठीक ना होकर और बढ़ जाती है।
दोस्तों बवासीर और कुछ नहीं बल्कि पाचन में हुई गड़बड़ी के कारण उत्पन्न समस्या है।बवासीर हर उस व्यक्ति को हो सकती है जिसके पाचन में गैस या अपच, पेट का अच्छे से साफ ना होना,स्टूल यानी मल का सख्त होना,कई दिनों से कब्ज जैसी समस्या होती है।
जब हमारा पेट अच्छे से साफ नहीं होता और उसमें कब्ज और स्टूल के सख्त होने की समस्या होती है।तब ऐसे में हमारे मलाशय के आंतरिक मांसपेशियों में मौजूद ब्लड वेसल्स पर भारी दबाव पड़ता है ।जिसके कारण उनमें स्वेलिंग आ जाती है,और कभी-कभी वह रैप्चर हो जाती है और उनमें से खून बहने लगता है। जिसके कारण मल के साथ खून आना बवासीर में आम लक्षण है।
दोस्तों आज की इस लेख में हम बवासीर को ठीक करने के लिए एक बहुत ही असरदार उपाय लेकर हाजिर हुए हैं। यह इलाज कम से कम दो हफ़्ते रोजाना करने से आपको बवासीर से राहत मिलने क 90% चांस है। क्योंकि यह उपाय कइयों पर आजमाया गया है। और इसके नियमित इस्तमाल से लोगों की बवासीर में काफ़ी हद तक सुधार देखने को मिला है
तो चलिए बिना समय गवाएं इसे जानते हैं।
अरंडी का तेल गर्म दूध में मिलाकर पिएं
दोस्तों बवासीर को ठीक करने का सबसे पहला स्टेप यह है ,कि हम रोज रात को सोने से 1 घंटे पहले एक गिलास गर्म दूध में अरंडी का तेल मिला कर पिएं।अरंडी का तेल जिसे कैस्टर ऑयल भी कहते हैं इसकी 3ml से 4ml मात्रा हमारे पाचन को दुरुस्त करने के लिए काफी है।
रोज रात को बेड पर जाने से पहले गर्म दूध में अरंडी का तेल मिलाकर पीने से हमारी आहार नली और पेट से लेकर छोटी बड़ी आंतों में जमीन महल और गंदगी इस रंडी के तेल में मिलकर हमारे माल दूर से शरीर के बाहर निकल जाती है। अरंडी का तेल न केवल पुराने से पुराने कब्ज को ठीक करने में सरदार है बल्कि यह हमारे माल को सॉफ्ट भी बनता है जिससे स की आंतरिक मांसपेशियों पर दबाव नहीं पड़ता।
सोने से ठीक पहले ले गर्म पानी के साथ त्रिफला पावडर।
त्रिफला पाउडर तीन जड़ी बूटियां को पीसकर बनाया गया एक मिश्रण है।जो पाउडर के रूप में होता है। इसमें आंवला,बहेड़ा और हरड़ को समान मात्रा में पीसकर मिलाया जाता है। रोज रात को सोने से ठीक पहले एक चम्मच त्रिफला पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में डालकर अच्छे से मिला लें और इसे पी जाए गर्म पानी के साथ त्रिफला पाउडर का सेवन हमारे पाचन को मजबूत करता है, और हमारी पेट की समस्याओं को दूर रखता है। त्रिफला पाउडर का गर्म पानी के साथ सेवन करने से Anus के मांसपेशियों में आई सूजन, दर्द और खुजली से राहत मिलती है साथ ही इनमें संकुचन शुरू हो जाता है।
दोस्तों त्रिफला पाउडर के गुणों का बखान तो हमारे आयुर्वेद में बहुत अधिक मिलता है। त्रिफला पाउडर के चौमुखी फायदे हैं।
रोज सुबह खाली पेट सौंफ और हींग लें
दोस्तों रात की इन प्रक्रियाओं के बाद सुबह खाली पेट आपको एक मिश्रण का सेवन और करना है।
इस मिश्रण को बनाने के लिए 150ग्राम से 200 ग्राम तक सौंफ एक फ्राइंग पैन में डालकर भून लें। सौंफ को भूनते समय याद रहे की फ्लेम एकदम धीमी हो और सौंफ काली ना होकर सर्फ हल्की सी ब्राउन हो जाए। अब इसे ग्राइंडर में डालकर अच्छे से पीस कर पाउडर बना लें और इसके महीन पाउडर को छननी से छान ले।
इस पाउडर को सुबह पानी में मिलाएं और थोड़ी सी हींग को पानी में घोलकर खाली पेट पी जाएं। सौंफ और हींग का यह मिश्रण न केवल आपके पेट को फ्रेश करता है बल्कि आंतों में जमी गंदगी को निकाल बाहर फेंकता।
हींग में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी इन्फ्लेमेटरी ,एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।सौंफ और हींग के सेवन से गुरुद्वारा में आई सूजन और माल के रास्ते खून आने की समस्या से राहत मिल जाती है।
दोस्तों इन तरीकों को पढ़ते समय आपने यह नोटिस किया होगा कि इन सभी स्टेप्स में उपयोग किए गए चीजों से मुकता पेट की समस्याएं दूर करने में मदद मिलती है ऐसा इसलिए क्योंकि बवासीर का जन्म ही पेट की समस्याओं के बढ़ने से होती है। इसीलिए हमने इन इनग्रेडिएंटों में उन चीजों को शामिल किया जो पेट की समस्याओं को दूर करने में अधिक प्रभावशाली है अगर आपका पाचन तंत्र सही होगा और पेट की प्रक्रिया है अच्छे से काम करेंगे तो आपको मल त्यागने में बहुत आसानी होगी और पीठ अच्छे से साफ होगा और बवासीर के पनपना का चांस खत्म हो जाएगा
इसके अलावा जिन लोगों को बवासीर है भी उन्हें इसके 14 से 15 दिन के इस्तेमाल से काफी हद तक फर्क देखने को मिलेगा और बवासीर से मुक्ति मिलेगी।
आशा है दोस्तों आपको यह जानकारी पसंद आई होगी और इस जानकारी की मदद से आप अपना और अपने परिवार का ख्याल रख सकेंगे।अपने इसलिए को बड़ी धैर्य और ध्यान से प्राप्त का बहुत-बहुत आभार। नमस्कार!