अक्सर लोग यही जानते हैं की मुल्तानी मिट्टी सौंदर्य को बढ़ाने,चेहरे पर चमक लाने और त्वचा की समस्याओं को दूर करने लिए उपयोग में लाई जाती है।पर या सिर्फ इतना ही?
मुल्तानी मिट्टी का उपयोग ब्यूटी प्रोडक्टों को बनाने में किया जाता है पर बहुत कम जनों को इस बात की जानकारी है की इन सब के अलावा भी मुल्तानी मिट्टी का उपयोग शारीरिक विकारों को दूर करने में होता है।
इस मिट्टी में हाइड्रेटेड एलुमिनियम सिलकेट, कैल्शियम, सोडियम, और मैग्नीशियम जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में उपस्थित होते हैं।मुल्तानी मिट्टी का उपयोग कई सारे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट को बनाने में किया जाता है वहीं इसकी ठंडी प्रकृति गुण शारीरिक समस्याओं के लिए लाभकारी हैं।आज के इस लेख में हम ये जानेंगे की मुल्तानी मिट्टी कौन सी समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
पेट की जलन होती है
मुल्तानी मिट्टी का उपयोग पेट की जलन जैसी समस्याओं को दूर करने में किया जाता है।हम सभी जानते हैं की मुल्तानी मिट्टी की प्रकृति ठंडी होती है।इस मिट्टी को 4 से 5 घंटे किसी बर्तन में भिगोकर रख दें।किसी सूती कपड़े में इससे रख कर अपने पेट पर 30 मिनट से 45 मिनट तक बांध कर रख लें।इससे जल्द ही आराम मिल जायेगा। मुल्तानी मिट्टी की ठंडी प्रकृति न केवल पेट की जलन को शांत करती है बल्कि पेट की अंगों को शीतलता देकर शांत करती है।
सूजन या मांसपेशियों की जकड़न
कभी कभी भारी वजन उठा लेने से या फिर ज्यादा काम करने की वजह से हमारे ज्वाइंट्स में दर्द और मांसपेशियों में जकड़न या सूजन आ जाती है।ऐसे में यदि हम मुल्तानी मिट्टी से सिकाई करें तो यह बहुत ही कारगर उपाय हो सकता है।मुल्तानी मिट्टी की लुगदी बना कर इफेक्टेड एरिया पर रखें ।इससे सूजन खत्म होती है साथ ही जकड़न और हड्डियो का दर्द भी गायब हो जाता है। मुल्तानी मिट्टी का लेपन मांसपेशियों को ढीला करता है, जिसे जकड़न और खिंचाव से राहत मिलती है।
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
जब भी आप को शरीर के किसी हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन कम होने की दिक्कत का सामना करना पड़े तब आप मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट उस एरिया पर मलें और सूखने के लिए छोड़ दे।बाद में उसे अच्छे से मल कर धो लें।कुछ ही समय में आप पाएंगे की रक्त का प्रवाह उस एरिया पर बढ़ने लगा है।और एफेक्टेड एरिया पर संकुचन या फिर सुन्नपन कम होने लगा है।
तो दोस्तों मुल्तानी मिट्टी का उपयोग सिर्फ सौंदर्य साधनों में नहीं बल्कि समस्याओं में भी किया जा सकता है। आशा है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी फिर से हाजिर होगी किसी अन्य लेख में मुल्तानी मिट्टी की और उपयोग की जानकारी लेकर।तब तक के लिए आज्ञा दीजिए आपने बहुत ही धैर्य और ध्यान से इस जानकारी को पढ़ा इसके लिए आपका आभार।नमस्कार!