ये लक्षण पहचान लें, किडनी खराब होने से बच जाएगी

हमारे शरीर के अंदर मौजूद किडनियों के कार्य बहुत जटिल है। क्या आप इसे जानते हैं? क्या आप जानते हैं की किडनी का असल काम क्या होता है। किडनी का कार्य हमारे रक्त को प्यूरिफाई करना है।किडनी रक्त में मौजूद गंदगियों और व्यर्थ पदार्थों को छानकर अलग करती हैं इन्हें और इक्कठा कर मूत्र के रास्ते शरीर से बाहर भेजती हैं।इसके बाद साफ खून हमारे शरीर में वापस भेज देती हैं।

किडनी के स्वास्थ्य में जरा सी गड़बड़ी हमारे शरीर में कई सारी समस्या उत्पन्न कर सकती है। जैसे की ब्लड में टॉक्सिंस का जमा होना यानी की ब्लड पॉइजनिंग,मांसपेशियों में सूजन, हृदय पर अधिक दबाव,किडनी स्टोन,त्वचा पर लाल चकत्ते या दाने उभर आना, अत्यधिक थकावट सांस फूलना, तेज बुखार जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

किडनी के बिगड़ते स्वास्थ्य के शुरुआती स्टेज में बहुत कम लक्षण पकड़ में आते हैं। पर किडनी खराब होने के मध्य स्टेजों में समस्याएं बढ़ जाती हैं।

आज के लेख का मुख्य विषय है कि ऐसे कौन से लक्षण हमें देखने को मिल सकते हैं जिनसे हम किडनी के बिगड़ते स्वास्थ्य का पता लगा सकते हैं और समय रहते हैं किडनी में होने वाली की बड़ी  समस्याओं से बचा जा सकता है, और इसे दूर किया जा सकता है। आगे हम चर्चा करेंगे की ऐसी कौन चीजें है जिनसे हम किडनी के स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं।

सबसे पहले जानेंगे लक्षणों को

(यूरिन)मूत्र में बदलवा- किडनी का स्वास्थ्य बिगड़ने पर सबसे पहले लक्षण हमें अपने यूरिन में देखने को मिलते हैं। एक स्वस्थ मानव शरीर दिन भर में लगभग 7 से 10 बार यूरिन निकालता है। परंतु यह संख्या अगर फ्रिक्वेंटली बढ़ जाए तब यह किडनी में गड़बड़ी थी लक्षण है। यूरिन में अधिक झाग,यूरिन का अधिक बदबू करना, यूरिन निकलते समय जलन होना ये सभी समस्याएं किडनी में गड़बड़ी और इन्फेक्शन की ओर इशारा करती है।

पैरों में सूजन और आंखों के नीचे पफीनेस- दोस्तों किडनी में हुई गड़बड़ी के कारण किडनियां रक्त को अच्छे से प्यूरिफाई नहीं कर पाती। किडनी न केवल रक्त से टॉक्सिंस को बाहर करती हैं, बल्कि एक्सेस सोडियम की मात्रा को भी छान कर अलग करती। किडनी में गड़बड़ी होने पर इसके फिल्टर सही से कार्य नहीं कर पाते और सोडियम की मात्रा को रक्त से अलग नहीं कर पाते। फलत: रक्त में सोडियम बढ़ने लगता है ,जो पैरों में और सोते समय आंखो के नीचे जमा हो जाता है जिससे पैरों में सूजन और आंखों में पफीनेस आने लगती है।

पीठ के निचले हिस्सों में दर्द- दोस्तों शरीर की दोनों किडनियां  हमारे पीठ के निचले तरफ दाएं और बाएं मौजूद होती हैं।किडनियों की सरचना बंद मुट्ठी की आकार की संरचना से काफी मिलती जुलती है। कभी-कभी पीठ के निचले हिस्से में दाएं या फिर बाईं तरफ या फिर हो सकता है दोनों तरफ दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसा किडनी में हुई गड़बड़ी के कारण देखने को मिलता है। किडनी में दर्द कई अन्य कारणो से भी हो सकता है पर किडनी की कमजोरी भी इस दर्द को सामने ला सकती है जिसके साथ तेज बुखार,उल्टी हो सकती है।

अधिक थकावट या सुस्ती- हमारे शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन को पहुंचाने का कार्य रक्त में मौजूद ब्लड सेल्स करती हैं जिससे कोशिकाओं में ऊर्जा को उत्पन्न करने की प्रक्रिया शुरू होती है पर पर जब इन ब्लड सेल्स की संख्या घट जाती है तब शरीर में ऑक्सीजन सेल्स तक बहुत मुश्किल से पहुंच पाता है और कम मात्रा में पहुंचता है।

इन ब्लड सेल्स को बनाने में EPO नामक हार्मोन की आवश्यकता होती है जो हमारी किडनी से निकलता है। परंतु किडनी में गड़बड़ी होने पर इसका निकलना धीमा पड़ जाता है। जिससे ब्लड सेल्स नहीं बन पाए और शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन न पहुंचने पर ऊर्जा नहीं बन पाती। इसके कारण शरीर में सुस्ती और थकावट जान पड़ती है।

त्वचा पर खुजली,दाने या इन्फेक्शन-दोस्त यदि आपकी त्वचा पर दिन भर खुजली होती रहती है,दाने निकलते है,या फिर चकत्ते जैसी समस्यें उत्पन्न हो रही हैं तो सतर्क होने की आवश्यकता है।किडनी हमारे रक्त में मौजूद गंदगियों को साफ करती है रक्त में मौजूद टॉक्सिंस को किडनी जब सही से फिल्टर नहीं कर पाती तब टॉक्सिंस की मात्रा ब्लड में बढ़ने लगती है।जिससे खून का गंदा होना कहते हैं। ब्लड का अच्छे से प्यूरिफाई ना हो पाना त्वचा पर खुजली, इन्फेक्शन ,दाने,जलन जैसी कई अन्य समस्याएं उत्पन्न करता है।

डायबिटीज में HBP या LBP- किडनी के बिगड़ते स्वास्थ्य जैसे स्थितियों में हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। Diabetes जैसी स्थितियों में रक्त में ग्लूकोस की मात्रा बढ़ जाती है जिससे रक्त गाढ़ा होता है।जब ब्लड किडनी की पतली और महीन नलियों  में जाता है रक्त से टॉक्सिंस और एक्स्ट्रा ग्लूकोस फिल्टर नहीं हो पाते। किडनी का काम है शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को बैलेंस करना और ब्लड प्रेशर को मेंटेन करके रखना।जब किडनी ऐसा करने में असफल होती है तब HBP और LBP जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

किडनी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए क्या करें

किडनी की अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि हम पर्याप्त मात्रा में पानी पिए पानी का सेवन हमारी किडनी को हाइड्रेट रखता है और किडनी में जमे टॉक्सिंस और व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकलने में मदद करता है।

किडनी के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए किडनी को फायदा पहुंचाने वाले चीजों का सेवन शुरू करें ।इसमें पत्ता गोभी, गाजर, स्ट्रॉबेरी,अनार और संतरे,नींबू जैसे अन्य साइट्रिक फूड शामिल है।

किडनी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए ज्यादा तली भुनी की चीजों और साल्टी चीजों को खाने से बचना चाहिए। इससे किडनी पर ब्लड को प्यूरिफाई करते समय अधिक जोर पड़ता है जिससे किडनी के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।

दोस्तों ऊपर बताए गए लक्षणों में से यदि दो या दो से अधिक लक्षण आपको साथ नजर आएं तब ऐसे में आपको सचेत होने की आवश्यकता है और अपनी किडनी के ऊपर ध्यान देने की आवश्यकता है।

आशा है दोस्तों आपको ये जानकारी पसंद आई होगी और आप अपने किडनी के स्वास्थ्य को समझ पाने में थोड़े माहिर हुए होंगे। आपने इस लाइक को बड़े ही धैर्य और ध्यान से पढ़ा आपका बहुत आभार। नमस्कार!

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