खान पान में किस हद तक मिलावट हो सकती है इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है।लोग अधिक मुनाफा कमाने के प्रयास में उत्पादों की क्वालिटी गिराने से लेकर उनमें मिलावट तक कर देते है।आए दिनों समाचार में चीजों में मिलावट और गलत तरीके से उत्पादन की खबरें मिलती रहती है। यह दिक्कत है तब बढ़ जाती है जब मिलावट किसी खाद्य पदार्थ में होती हैं। खाद्य पदार्थों में तेल,चावल,आटा ,दूध,दही जैसी चीजों में मिलावट के चांस ज्यादा होते हैं।
इसी बीच एक NCB यानी की National Center for Biotechnology Information में एक खबर सामने आई जिसमें सोशल मीडिया पर यह दिखाया जा रहा है की कैसे चीनी बनाने वाली कंपनी प्लास्टिक से चीनी बना रही है। और इस चीनी की थोड़ी-थोड़ी मात्रा असल चीनी में मिलाकर पैकिंग की जा रही है। इसके पहले भी कई बार चीनी में चाक पाउडर और सफेद रेत जैसी चीजें मिलने की खबरें सामने आई हैं।ऐसी स्थितियां तब देखने को मिलती हैं जब गुड या चीनी के दाम बढ़ जाते है।
कितना खतरनाक ये मिलावट
खाद्य पदार्थों में होने वाली ये मिलावट सीधा हमारे पाचन तंत्र पर अटैक करती है। जिसमें यह आंतों की आंतरिक परतों में चिपक कर ट्यूमर, पेट की पथरी, अल्सर,और पेट का कैंसर जैसी समस्या उत्पन्न करती हैं। साथ में प्लास्टिक और रेत के अंश हमारे खून होने शामिल होकर हमारे शरीर की विभिन्न हिस्सों में जाते हैं,जिससे अलग-अलग अंगों का कैंसर और नसों की ब्लॉकेज जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती है।
कैसे पहचाने ये मिलावट?
चीनी अक्सर हम चाय जैसी पेय पदार्थों में डालते है।।जिसमे यदि चैनी के साथ ये पालस्टिक के छोटे कण जाते भी हैं तो गर्म होकर पिघल जाते है और हम इन्हें देख नही पाते।दोस्तों चीनी में मौजूद मिलावट को पहचानने का एक आसान तरीका है।इसमें एक चम्मच चीनी को एक गिलास पानी में डालकर से 30 सेकंड के लिए मिलाएं। अब आप देखेंगे की यदि इसमें प्लास्टिक या फिर रेत के कणों की मिलावट होगी तो यह पानी में ना घुलकर गिलास की सतह पर इकट्ठा हो जाएगी।
एब्स जब भी घर पर चीनी लाएं तो एक चम्मच चीनी को एक गिलास में जरूर घोलकर इसकी जांच करें।