हमारी धरतीे पर खाने के लिए बहुत से विकल्प हैं,विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को खा कर हम अपना पेट भरते है।दुनिया में लगभग 1100 प्रकार की सब्जियों की वरायटीयां पाई जाती हैं, वहीं 2000 टाइप्स के फ्रूट मौजूद हैं।
हर कोई अपनी अपनी पसंद के फल और सब्जियों का चुनाव करते हैं और उनसे अपना पेट भरते हैं ।वही दूसरी ओर लोग चिकन, एग (अंडा),रेड मीट,मछली झींगा,और अन्य Sea foods का चुनाव करते हैं अपने पेट को भरने और पोषण के लिए।
आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें की आज की चर्चा का मुख्य विषय है की अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी।एक एक बिंदुओं को आगे समझेंगे और जान लेंगे की अंडा किस प्रकार का आहार है।
अंडे का सेवन दुनिया की 78 प्रतिशत जन संख्या करती है।
अंडे का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद तो है ही साथ ही मसल्स को ग्रो करने में प्रोटीन की पूर्ति करता है।अंडे में कई विटामिन मौजूद होते हैं जैसे विटामिन B12,विटामिन A विटामिन E इसके साथ ही इसमें प्रोटीन,मैग्नीशियम,कैल्शियम,फैट,औरंती ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में निहित होते हैं।
इस बात से तो बिल्कुल भी इंकार नहीं किया जा सकता की अंडा एक हेल्दी आहार है।पर जिस बात को लेकर लोगों में मतभेद है वो ये है की अंडा वेज है या नॉनवेज।
आपको बता दें की अंडे दो प्रकार के होते हैं एक फर्टिलाइज अंडे और अनफर्टिलाइज अंडे(fertilize egg and unfertiliz egg)।
Fertilize अंडे वे अंडे होते हैं जिनसे चूजे निकलने की प्रक्रिया होती है और एक जीव जन्म लेता है।जबकि unfertiliz अंडे से कोई चूजा या मुर्गी का बच्चा नहीं निकलता।जब भी कोई मुर्गी से साथ संबंध बनाता है ऐसे में इसके फल स्वरूप जो अंडा मुर्गी देती है उसे fertiliz egg कहा जाता है।वही अब poultry farm में मुर्गियों को ऐसी दवाइयां और चारे दिए जाते हे जिनसे मुर्गी unfertiliz egg देती है जिनसे कोई भी बच्चा नहीं पैदा हो सकता।
आपको बता दें की एक मुर्गी साल भर में अधिकतम 12 से 15-16 अंडे देती है,जबकि poultry farm में मुर्गियां 250 से 300 अंडे तक दे देती हैं। परंतु ये fertilize अंडे नही होते।
बाजार में बिकने वाले अंडे ज्यादातर नॉन fertilize ही होते हैं।
2004 में supreme court ने भी ये घोषित किया की आज के समय में मार्केट में बिकने वाले अंडे ज्यादातर नॉन fertilize होने के कारण वेज हैं।इन्हे नॉन वेज कहना गलत होगा।ऐसा इस लिए क्योंकि ऋषिकेश मंदिरों के आस पास अंडे की बिक्री को लेकर लोगों ने शिकायत की थी।ऐसा होने पर कोर्ट ने एनालिसिस के आधार पर अपना निर्णय सुनाया।
दुनिया में आहार के आधार पर लोग तीन तरह के होते हैं।पहले- शाकाहारी, दूसरे- मांसाहारी,और तीसरे- सर्वाहारी।
आज कल एक और अलग तरह के आहार को ग्रहण करने वाले समुदाय उपस्थित है जिन्हें vigan (विगन)कहते हैं इनके बारे में हम अगले पोस्ट में जानेंगे।
शाकाहारी समुदाय में वे लोग आते हैं जो सिर्फ पेड़ पौधों और फलों को खाने के साथ साथ सब्जियों को अपना भोजन बनाते है और वे सिर्फ इन्ही पर अपने भोजन का विकल्प देखते है और इन्ही से अपना जीवन यापन करते है।
मांसाहारी वे लोग होते हैं जिनका खान पान दूसरे जानवरों के मांस पर निर्भर करता है।जो अन्य जीवों को मार कर अपना पेट भरते है उन्हे मांसाहारी कहते हैं।
सर्वाहारी वे लोग कहलाते हैं जो अपने भोजन की पूर्ति के लिए वेज और नानवेज दोनों को खाते हैं। ऐसे व्यक्तियों को संख्या सबसे ज्यादा हैं
आपको बता दें की दुनिया की 78 प्रतिशत आबादी सर्वहारी है जबकि 22 प्रतिशत लोग ही शाकाहारी है और सिर्फ सब्जियों और फलों से अपना पेट भरते हैं।
दोस्तों आशा है की आपको ये जानकारी पढ़ कर कुछ जानने को जरूर मिला होगा।और आपको इस जानकारीे आधार पर अपने जीवन को बेहतर और स्वस्थ बनाने में मदद मिलेगी।
आपने बड़े धैर्य और ध्यान से इस लेख को पढ़ा आपका बहुत आभार।नमस्कार