दोस्तों लोग अपने दिन की शुरुआत ही टूथपेस्ट से करते हैं। सुबह की शुरुआत में कुछ खाने से पहले सबसे पहले अपने मुंह को और दांतों को अच्छे से साफ किया जाता है। जिसके लिए आज की केमिकल बेस्ड टूथपेस्ट मार्केट में छाए हुए है।
इनमें ऐसे इंग्रेडिएंट्स और केमिकल मौजूद होते हैं जो दांतों से प्लैक और गंदगी हटाने में मदद करते हैं। वहीं दूसरी तरफ इनके साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं। जिसमें दांतों की ऊपरी परत का छय होना, मुंह में छाले,लार में कमी, मुंह के अच्छे बैक्टीरिया को खत्म करने जैसे रिजल्ट सामने आते है।
इन सब चीजों के अलावा हमें इस बात की भी सुनिश्चितता करनी चाहिए कि हम जिस टूथपेस्ट को रोज सुबह अपने मुंह में भरते हैं क्या वह वेज है या फिर नॉनवेज। वेज और नॉनवेज टूथपेस्ट का अभिप्राय इस बात से है कि जिस टूथपेस्ट को हम यूज करते हैं उसके निर्माण में उपयोग की गई चीज वेजीटेरियन चीजों से बनी है या फिर नॉन वेजिटेरियन। विदेश में ही नहीं बल्कि भारत में भी कई टूथपेस्ट कंपनियां अपने टूथपेस्ट में नॉनवेज सामग्रियों का उपयोग करते हैं। जैसे की
ग्लीसरीन: अगर यह जानवरों की चर्बी से बनी हो.
कैल्शियम फॉस्फेट: जो हड्डियों से प्राप्त की जाती हैं।
कुछ एंजाइम्स: जो जानवरों से प्राप्त होते हैं।
इसके अलावा टूथपेस्ट में कैल्शियम फास्फेट,कैल्शियम कार्बोनेट,फासफोरश जैसे इंग्रेडिएंट्स ऐड करने के लिए जानवरों के हड्डियों के चूरे को बारीक पीसकर मिलाया जाता है। जो की दांतों से दाग और पीलापन हटाने में सहायक होते हैं और अपघर्षक के रूप में कार्य करते हैं।अधिकतर टूथ पेस्ट में कैटल फिश जिसे वैज्ञानिक भाषा में Sepia officinalis भी कहा जाता है, इस मछली के हड्डियों का उपयोग इंग्रेडिएंट्स के तौर पर किया जाता है।
कैसें जांचे अपने टूथपेस्ट को
FSSAI के अनुसार बाजार में मिलने वाले सभी प्रोडक्ट को अपने लेवल और पैकेजिंग पर प्रोडक्ट में मिली हुई सारी इनग्रेडिएंट्स की जानकारी देनी होगी। साथी प्रोडक्ट के वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन होने की जानकारी भी देनी होगी।Food Safety and Standards Authority of India ने प्रोडक्ट को जो नॉन वेजीटेरियन सामग्रियों के उपयोग से बने हुए को अपनी पैकेजिंग पर रेड कलर में गोल बिंदु प्रिंट करने का निर्देश दिया है।ऐसे प्रोडक्ट्स जो पूर्णत: हर्बल और वेजीटेरियन इंग्रेडिएंट्स से बने हैं उन्हें हरे गोल बिंदु को प्रिंट करने का निर्देश है।
दोस्तों आशा है आप इस बात को समझ गए होंगे हम टेस्ट रोज उसे कर रहे हैं उसके वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन कैसे कर सकते हैं।अगले लेख में बताने वालें है की पहले के लोग किस चीज से दांत साफ करते थे जिनसे दांत इतने साफ और मजबूत रहते हैं। आशा है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी अपने इस लेख को बड़ी धैर्य और ध्यान से पढ़ा आपका बहुत-बहुत आभार नमस्कार!