मुंह में पड़ने वाले छाले कभी कभी अधिक दर्द दाई होते हैं और और परेशानियों के कारक बनते हैं। मुंह में छाले पड़ जाने के कारण व्यक्ति को कई समस्याएं झेलनी पड़ती हैं जैसे खाना चबाने पर दर्द, तीखा खाने पर अधिक जलन होना, छालों में सूजन से बोलने पर दिक्कत इत्यादि।ऐसे में व्यक्ति काफी चिड़चिड़ा और गुस्से वाले स्वभाव का हो जाता है।
मुंह में छाले पड़ने के कई कारण हो सकते हैं जैसे –
•मुंह में बैक्टीरियों का संक्रमण
मुंह में बैक्टीर्याओं के बढ़ने पर इनके प्रकोप से मुंह में संक्रमण होने पर छालों का सामना करना पड़ता है।इसका कारण हो सकता है मुंह अच्छे से साफ न करना,दातों में खाना या कोई अन्य चीज़े रह जाना रहना आदि।
•टूथपेस्ट में ‘ सोडियम लॉरिल सल्फेट’ का होना
मार्केट में अब दातों के मंजन प्रायः पेस्ट के रूप में बिकने लगे हैं,यह ध्यान देने वाली बात ये है की इसमें केमिकल के रूप में एक यौगिक होता है जिसे सोडियम लॉरेल सल्फेट कहा जाता है।ये लगभग सभी टूथपेस्ट में इस लिए मिला होता है जिससे अधिक झाग निकले परंतु इसके साइड इफेक्ट्स भी है ,जैसे छाले पड़ना,मसूड़ों की मजबूती पर बुरा असर पड़ना,पाचन बिगड़ना यहां तक की इसे लागतार थोड़ी थोड़ी मात्रा में निगलने से कैंसर जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं।
•शरीर में जरूरी खनिजों की कमी
शरीर में जरूरी तत्वों और खनिजों, विटामिनों की कमी से छाले पड़ सकते है मुंह में छालों के माध्यम से हमारा शरीर हमें ये symptoms इंडिकेट करता है की जिंक,आयरन, फॉलेट एसिड,विटामिन B12 जैसे जरूरी तत्वों की कमी हो गई है।
आपने जाना किन किन कारणों से मुंह में छाले पड़ सकते हैं।आइए अब जानते है छालों को ठीक करने के उपाय।वैसे तो मेडिकल पर ऐसी कई टैबलेट्स और सीरप मौजूद होती है जिनसे हम छाले को ठीक कर पाएंगे।पर इस लेख में हम जानने वाले हैं कुछ ऐसे इलाज जिनसे हम स्वयं अपने छालों का उपचार कर सकते है।
तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं एक एक करके
• हल्दी
हल्दी में एंटी सेप्टिक और एंटी माइक्रोबैक्टेरियल गुण उपस्थित होते हैं जो मुंह के छालों को के सूजन को कम करके उन्हें ठीक करते हैं।इसमें रोगाणु रोधक गुण होने के कारण छलों की संख्या नही बढ़ने देता।हल्दी में थोड़ा सा गुलाब जल या पानी मिला कर इसका गाढ़ा पेस्ट बना लें और छालों पर रखें ऐसा दिन में दो बार करे। सुबह और शाम को सोते समय।
•शहद
शहद में कई सारे शारीरिक विकारों को दूर करने के गुण मौजूद होते है। शहद बहुत गुण करी घटक है।पर कम लोग ही इस बात से वाकिफ हैं की शहद मुंह के छालों का प्रभावी इलाज है।छालों पर शहद लगा कर छोड़ दें।चूंकि शहद मीठा होता है और फायदेमंद भी इस लिए लार के साथ पेट में जाने पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।बस समय समय पर शहद छालों पर लगाते रहें।शहद में रोगाणु रोधक गुण होने के साथ को घाव को जल्दी भरने की प्रकृति होती है यही कारण हैं की शहद छालों की दवा है।
•बेकिंग सोडा का पेस्ट
बेकिंग सोडा असल में एक रासायनिक यौगिक होता है। जिसे हम सोडियम बाई कार्बोनेट भी कहते हैं ।बेकिंग सोडा का उपयोग छालों के दर्द को कम करता है तथा उनकी सूजन को भी शांत करता है। छालों से निकलने वाले एसिड को समाप्त करने की प्रकृति बेकिंग सोडा में होती है यही कारण है कि यह छालों को ठीक कर पाता है।बेकिंग सोडा की बराबर मात्रा में पानी ले। अब इसे पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को उंगली की सहायता से छालों पर मलें,15 मिनट बाद इसे धो ले ,ऐसा दिन में 2 बार करें छाले ठीक होने लगेंगे।
•लौंग का तेल
लौंग भारत में इस्तेमाल होने वाले गरम मसालों का अटूट हिस्सा हैं। इसका इसका अनेक बीमारियों के उपचार में लंबी श्रृंखला में किया जाता है।दांतो के दर्द, गले में सूजन,नाक से खून बहना,मुंह के छाले ठीक करने में लौंग बहुत कारगर औषधि मानी जाती है।लॉन्ग का तेल लौंग के पौधे में लगी कली से निकाला जाता है।रुई की गोली बनाकर उसे लोंग के तेल में डुबोएं और अपने छालों पर लगाएं।लौंग का तेल हमारे मुंह की के अंदर की सतह पर बैक्टिरियल संक्रमण को रोक देता है,जिससे छालों की स्तिथि खराब नही होती और इससे अन्य छालों को उभरने का मौका नहीं मिलता,साथ ही लौंग छालों को खत्म करने का काम करता है।
आशा करता हूं दोस्तों की मुंह के छालों के उपचार से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रही होगी। मिलेंगे फिर किसी ऐसे ही जानकारी के साथ जो आपके जीवन को बेहतर बनाएंगी तब तक के लिए आज्ञा दीजिए।आपने बड़े धैर्य पढ़ा और समझा इसके लिए आपका आभार।नमस्कार!