दोस्तों चाय दुनिया का सबसे ज्यादा पिया जाने वाला ड्रिंक है।जब भी मेहमान आते हैं,कोई रिश्तेदार आते हैं तब हम उन्हे चाय ऑफर करते हैं।ऐसा इस लिए भी क्योंकि चाय को लेकर लोगों में प्यार है।
दोस्तों दुनिया में चाय पीने का सिलसिला चीन से शुरू हुआ और या लगभग आज के समय में पूरी दुनिया में फैल चुका है।
भारत के घरों में लगभग 88% जनसंख्या चाय पीती है, जो की एक बड़ी मात्रा है।
इन लोगों में अधिकतर ऐसे लोग हैं जिन्हे दिन में 2 से 3 बार चाय न मिलने पर बेचैनी,घबराहट,सिर दर्द,सांस फूलना जैसी समस्या होने लगती है।ऐसा इस लिए क्योंकि इन लोगों में चाय की जाने अनजाने में लत लग चुकी होती है।ऐसा इस लिए क्योंकि चाय तंबाकू,शराब जैसे मादक पदार्थों के तरह ही एक मादक पदार्थ है।
आपको ये बात जानने की आवश्यकता है, कि चाय का सेवन जरूरत से ज्यादा करने पर हमारे शरीर को भयंकर समस्याएं और बीमारियां हो सकती हैं।बहुत से लोग चाय के साइड इफेक्ट्स को नहीं जानते और इसे लगातार पीते रहते है जो लॉन्ग टर्म में चलकर भारी नुक्सान पहुंचाती है।चाय का जरूरत से ज्यादा और गलत तरीके से सेवन खून की कमी,स्किन प्रॉब्लम्स,और पाचन संबधी बीमारियों जैसी समस्याओं से शुरू होकर टॉक्सिक ब्लड,पेट में अल्सर जैसी बीमारियों को उत्पन्न कर सकता है।
आज हम चर्चा करने वाले है चाय से होने वाले ऐसे भरी नुकसान से जिन्हे जानकर शायद आप भी चाय की स्वयं से उचित दूरी बनाए रखेंगे।तो चलिए एक एक करके जानते है इसके नुकसान को।
पाचन संबंधी समास्याए
चाय की प्रकृति अम्लीय(Acidic) होती है। जब भी हम चाय पीकर तुरंत कुछ खाते हैं,या फिर खाना खाने के बाद कुछ ही समय में चाय पी लेते हैं। तब ऐसे में चाय पेट में एसिड की मात्रा बढ़ा देती है।और हमें कच्ची डकार, पेट में एसिडिटी, जलन, गैस जैसी कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है। चाय में मौजूद माइक्रो एलिमेंट्स भोजन में उपस्थित पोषक तत्वों से क्रिया करके एक अलग कंपाउंड बना लेते हैं। जिससे आवश्यक पोषक तत्वों के पाचन में और अवशोषण में बाधा उत्पन्न होती है।
दांतो का क्षय और मसूड़ों की कमजोरी
जब भी हम चाय पीते हैं तब इसमें मौजूद शुगर मुंह में रह जाता है। जिसे हमारे मुंह में उपस्थित बैक्टीरिया खा करके स्टार्च में बदलते हैं। और एसिड रिलीज करते हैं। यह हमारे दांतों की ऊपरी परत इनेमल को हटाने का काम करता है। और इससे दांतो के क्षरण और मसूड़े की कमजोरी होने लगती है। यही कारण है कि चाय पीने के बाद मुंह अच्छे से ना साफ होने से बदबू जल्दी आने लगती है।
शरीर में आयरन की कमी
अगर आपको एनीमिया जैसी बीमारी बार-बार होने लगती है। या फिर शरीर में आयरन की कमी अक्सर हो जाती है तो चाय से सावधान रहें। जब हम भोजन के बाद कुछ ही समय पहले चाय पीते हैं तो ऐसे में चाय में उपस्थित टैनिन नामक तत्व आयरन से मिलकर इससे कंपाउंड बना लेता है।इस कारण से आयरन का अवशोषण पाचन के दौरान बहुत कम या फिर न के बराबर होने होता है।जब आयरन की कमी होगी तब हीमोग्लोबिन के संख्या कम होने से शरीर में रक्त कम बनेगा।और इसी कारण से खून की कमी से होने वाला रोग एनीमिया तक हो जाता है।
नींद न आना
चाय में मौजूद कैफीन नाम का तत्व हमारी नींद को दूर करता है। जब हम सोने से पहले चाय का सेवन करते हैं या फिर दिन में कई बार चाय को पीते हैं तब ऐसे में कैफीन उस हार्मोन का रिलीज होना कम कर देता है,जो मस्तिष्क को यह सिग्नल भेजता रहता है कि अभी शरीर को नींद की जरूरत है। ऐसे में देर रात तक जगने और नींद ना आने की वजह से हमारे शरीर को और भी भारी नुकसान हो सकते हैं जैसे हार्ट प्रॉब्लम्स, मस्तिष्क का दर्द होना ,पाचन में समस्या और स्किन प्रॉब्लम्स।
चाय की लत लग जाना
आपको यह जरूर पता होना चाहिए की जिस तरह से तंबाकू में निकोटीन जैसा मादक पदार्थ पाया जाता है,ठीक उसी प्रकार से चाय में मौजूद कैफिन,और टैनिन नामक पदार्थ हमारे शरीर को चाय का आदी बनाते हैं।यदि चाय पीने आदत लग जाय तब इसके समय पर न मिलने पर ,सिर दर्द,उलझन,सांस फूलना जैसी समस्या आ सकती है।
दोस्तों आज हमने जाना की जो लोग चाय का अधिक सेवन करते हैं या फिर जो लोग चाय के आदी हैं ।उन्हें कैसे भारी नुकसान झेलना पड़ सकते हैं ,सिर्फ चाय पीने से।बेहतर है कि चाय को बिना शुगर और इसमें बिना दूध डालें पिया जाए।आप चाहे तो चाय का लाभ उठाने के लिए दिन में एक से डेढ़ या फिर दो कप चाय पी सकते हैं।चाय की पत्ती को एक कप पानी में अच्छे से उबाल थोड़ा-थोड़ा पी सकते हैं।इससे आपके शरीर को नुकसान की जगह फायदे जरूर होंगे।
दोस्तों आशा करता हूं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी और आप अपने घर में और अपना ख्याल रखेंगे अपने इसलिए को बड़े ही धैर्य और ध्यान से पढ़ा आपका बहुत आभार नमस्कार